63 Part
23 times read
1 Liked
दोस्त ! मैं देख चुका ताजमहल ...वापस चल मरमरीं-मरमरीं फूलों से उबलता हीरा चाँद की आँच में दहके हुए सीमीं मीनार ज़ेहन-ए-शाएर से ये करता हुआ चश्मक पैहम एक मलिका का ...